Ranikhet Hill Station: रानीखेत उत्तराखंड की खूबसूरत वादियों में बसा एक ऐसा हिल स्टेशन है जिसे देखने की इच्छा हर भारतीय के दिल में होती है और जिसने एक बार देख लिया वह इस जगह पर बार-बार आना चाहेगा। यह जगह और यहां की ठहरी हुई शांत जलवायु मन को मोग लेती है। प्राकृतिक सौंदर्यता से भरपूर यह जगह इतनी खूबसूरत है कि लगता है कुछ महीनों के लिए यहीं ठहर जाएं।
कुछ दिनों पहले अभी रानीखेत में था तो इसकी खुबसूरती को मैंने बहुत अच्छी तरह से महसूस भी किया। यह जगह कुछ समय शांत और सकून के साथ बिताने के लिए बहुत अच्छी है।
संजय शेफर्ड
यह अंग्रेजों के द्वारा बसाया गया हिल स्टेशन है लेकिन वर्तमान में भारतीय सेना के कुमाऊं रेजिमेंट के मुख्यालय की वजह से काफी पॉपुलर है। इस जगह पर सेना से जुड़ी तमाम तरह की गतिविधियां होती रहती हैं। वैसे तो यह ठंडा इलाका है लेकिन इस जगह पर रहते हुए आप हर मौसम को अच्छी तरह से महसूस कर सकते हैं। इस जगह पर अगर आप आते हैं तो आपको एक पर्यटक के रूप में काफी अच्छा अनुभव होगा और आपको दिल दिमाग काफी अच्छा और तरोताजा हो जायेगा। इस जगह को घूमने से जुड़ी कुछ बातें आपको बता देता हूं ताकि आपकी यात्रा आरामदेह और आनंदमय हो सके।
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रानीखेत कैसे पहुंचे?
आपको बता हूं कि रानीखेत (Ranikhet Hill Station) पहुंचने के लिए आपको सबसे पहले काठगोदाम आना जोगा जो कि रानीखेत का निकटतम रेलवे स्टेशन है। आप अगर हवाई यात्रा करके आना चाहते हैं तो आपको पंतनगर आना होगा। काठगोदाम और पंतनगर दोनों ही जगहों से रानीखेत की दूरी लगभग समान ही है और दोनों ही जगहों से रानीखेत पहुंचने के लिए निजी और सार्वजानिक परविहन की सुविधा रहती है। आप को छोटी गाड़ियां हजार, बारह सौ लेकर रानीखेत पहुंच जायेंगे।
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रानीखेत में कहां ठहरें?
रानीखेत (Ranikhet Hill Station) पहुंचने के बाद या फिर पहले से ही वहां मौजूद रहने की जगह आदि की पड़ताल कर लें। नहीं करते हैं तो भी वहां पहुंचकर आपको बहुतेरे अच्छे और सस्ते विकल्प मिल जायेंगे। रानीखेत में ठहरने के लिए कई तरह के होटल, लॉज और होमस्टे मिल जायेंगे। मेरा निजी सुझाव है कि अगर आप रानीखेत घूमने का प्लॉन बनाते हैं तो जितना घूमने की नियति से आये उतना ही ठहरने की भी नियति से आएं। यह हड़बड़ी में घूमने वाली जगह नहीं है। इस जगह पर आते हैं तो चार छह दिन आराम से रुकें और यहां के मौसम को भरपूर एन्जॉय करें।
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रानीखेत में क्या करें?
रानीखेत (Ranikhet Hill Station) में घूमने और करने के लिए बहुत खुश है। इस जगह पर तरह तरह के पर्यटन स्थल और तरह तरह की खेल से जुड़ी गतिविधियां होती रहती हैं। आप इस जगह पर आकर गोल्फ, फिशिंग, पैराग्लाडिंग आदि का भरपूर आनंद ले सकते हैं। इस जगह पर कुमाऊं रेजिमेंटल का संग्रहालय भी बना हुआ है। इस संग्रहालय में आप सेना से जुड़ी तमाम तरह के हथियारों को देख सकते हैं।
इस जगह पर मौजूद पर्यटन स्थलों में आप झूला देवी के मंदिर जा सकते हैं। चौबटिया बाग यहां के सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में आता है। कालिका माता के मंदिर भी आप जा सकते हैं, यह जगह काफी शांत सुरम्य और गोल्फ कोर्स के पास स्थित है। मनिला जाना भी सही रहेगा यह जगह मनिला मंदिर होने के कारण काफी प्रसिद्ध है। मनकामेश्वर मंदिर में भी लोगों की मौजूदगी रहती है।
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पच्चपन विषम मंदिरों का घर
रानीखेत (Ranikhet Hill Station) और आसपास की जगहों में द्वाराहाट आपको काफी पसंद आएगा। इस जगह पर आपको प्रकृति की खूबसूरती के साथ साथ तरह तरह के मंदिरों के दर्शन का सौभाग्य मिलेगा। द्वाराहाट को पर्यटन की दृष्टि से देखें तो उत्तराखंड की एक विशेष विरासत के रूप में मान्यता प्राप्त है। इस जगह पर और आसपास कई सारे धार्मिक स्थान मौजूद हैं। द्वाराहाट को पच्चपन विषम प्राचीन मंदिरों के घर की संज्ञा दी जाती है जिनका निर्माण कत्यूरी राजाओं ने कराया था।
इस जगह पर अगर आप आते हैं तो घूमने के साथ साथ इन गतिविधियों को करना तो बिलकुल भी नहीं भूलें। क्योंकि रानीखेत की मान्यता एक हिल स्टेशन के साथ साथ यहां पर होने वाले साहसिक खेलों के लिए जाना जाता है।
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रानीखेत में गोल्फ खेलना
कुमाऊं रेजीमेंट गोल्फ कोर्स रानीखेत (Ranikhet Hill Station) का जाना माना पर्यटन स्थल है। शहर से बाहर निकलते ही कुछ दूरी पर स्थित यह 9 गड्ढों की वाला देश का जाना माना और दूसरा सबसे बड़ा गोल्फ कोर्स है। इसकी सबसे अच्छी और सबसे विशिष्ट बात यह है कि बाहर के लोग भी इसकी सदस्यता ले सकते हैं। इस जगह पर काफी किफ़ायती दर पर आप गोल्फ स्विंग और पुट का प्रक्षिशण ले सकते हैं।
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रानीखेत में ट्रेकिंग करना
रानीखेत (Ranikhet Hill Station) छावनी क्षेत्र होने के नाते कुछ जगहों पर गाड़ियां बिलकुल कम या फिर ना के बराबर चलती हैं। इस वजह से ना चाहते हुए भी आपको पैदल चलना ही पड़ता है जो काफी सुखद और मजेदार होता है। पर इस जगह पर ट्रेकिंग स्थलों की भी कमी नहीं है। इस जगह पर बहुत सारे ट्रेकिंग रुट और स्पॉट आपको देखने को मिल जायेंगे। यहां आप चौबटिया बाग़ से ट्रेकिंग का मज़ा ले सकते हैं। इस जगह से लोग होल्म फार्म और भालू डैम की ट्रेकिंग करते हैं। यहां पर एक और जगह मेघदूत नाम से है जहां से ट्रेकिंग के शौक़ीन चलकर झूला देवी मंदिर तक पहुंचते हैं।
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रानीखेत में पैराग्लाइडिंग
रानीखेत (Ranikhet Hill Station) में यदि आप पैराग्लाइडिंग का मज़ा लेने की सोच रहे हैं तो आपको शहर से थोड़ा दूर जाना होगा। यह जगह वाइल्ड लिफ्ट पैराग्लाइडिंग के लिए जानी जाती है। इसका टेक-ऑफ पॉइंट बहुत ही मजेदार है। यानि की अगर आपका पैराग्लाइडिंग को लेकर नया नया शौक जगा है तो यह आपके काफी अनुकूल है। आप इस जगह पर तरह तरह की पैराग्लाइडिंग के विकल्प अपने मन मुताबिक चुन सकते हैं।
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रानीखेत में फिशिंग
रानीखेत के पास ही भालू बांध है जो आपको एक प्राकृतिक वातावरण प्रदान करने के साथ साथ मछली पकड़ने यानी की फिशिंग का भी विकल्प देता है। यदि आपको फिशिंग पसंद हैं और आप इसका आनंद लेना चाहते हैं तो वन विभाग से अनुमति लेकर आप कर सकते हैं। यह काफी रोमांचक और यहां आने वाले सैलानियों के बीच पसंद किया जाने वाला काम है।
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रानीखेत में फ़्लोरा एंड फ़ाना
किसी भी जगह का भूगोल और जलवायु संरचना वहां के जीव- जंतुओं को निवास प्रदान करती है तथा वहां पाई जाने वाली वनस्पतियों को पनपने का मौका देती है। रानीखेत का भूगोल और जलवायु संरचना तरह तरह के जीवजंतु और औषधीय वनस्पतियों के लिए अनुकूल वातावरण पैदा करता है। इसलिए यहां पर वन्यजीवों की तरह तरह की प्रजातियां पाई जाती है। अगर वाइल्ड लाइफ और बॉटनी में आपकी दिलचस्पी है तो आपको जरूर आना चाहिए।
अब इतना कुछ बता दिया तो आपका सवाल होगा कि कब आएं ? इस जगह पर एक पर्यटक के तौर पर कभी भी आया जा सकता है पर सबसे अच्छा समय अप्रैल और जुलाई तक होता है। बारिश के बाद जब ठण्ड का मौसम शुरू होता है तो पूरा रानीखेत बर्फ से लद जाता है जो सैलानियों को अपनी तरफ खींचता है। इसलिए यह जगह पूरे साल देशी विदेशी सैलानियों से गुलज़ार रहती है।
अगर आप इस जगह पर आते हैं तो एक सप्ताह की ट्रिप प्लान करें और गर्म कपड़े जरूर रखें।
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दोस्तों, आशा करता हूं कि यह लेख आप लोगों को पसंद आया होगा। मेरी कोशिश हर दिन आपको कुछ नया देने की रहती है। आपको लेख पढ़कर कैसा लगा स्ट्रोलिंग इंडिया और अपने इस घुमंतू दोस्त के साथ जरूर बाटें।
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