जीभी हिमाचल (Jibhi Himachal) : छोटी जगहों का जो सकून है वह शायद ही कहीं और होगा। यही कारण है कि लोग भीड़ भरे शहरों की ऊबन से निकलकर अक्सर किसी छोटी, शांत और अनजान जगह पर जाना चाहते हैं। कुछ दिन पहले मुझे भी ऐसी ही किसी जगह की तलाश महसूस हुई तो एक दोस्त ने कहा तुम जीभी चले जाओ और मैं अपना बैकपैक पीठ पर लाद निकल पड़ा।
बर्फ से ढंकी वादियां, हरे भरे जंगल, चिड़ियों की चहचहाहट, झीलें-नदियां और घने जंगल जीभी पहुंचकर ऐसा लगता है कि हम सचमुच किसी और दुनिया में आ गए हैं। सच कहूं तो मेरी जीभी की ट्रिप बहुत ही शानदार रही। इस जगह पर आप भी आकर प्रकृति के विविध रूपों को बहुत ही अच्छी तरह से निहार और अपने सफर को यादगार बना सकते हैं।
जीभी ट्रेवल गाइड में मैंने तमाम तरह की जानकारियों को शामिल किया है ताकि आपको जीभी ट्रिप पूरा पूरा फायदा मिल सके।
1. जीभी के बारे में जानकारी
जीभी (Jibhi Himachal) को इसकी जैव विविधता की वजह से जाना जाता है। इस जगह पर पर्यटन स्थलों की भरमार है। जिसकी वजह से इस छोटे से खूबसूरत गांव में देश और विदेश से सैलानी आते ही रहते हैं। सैकड़ों ऊंचे घने पेड़, उनमें से गुजरती हवा का शोर और तरह-तरह के पक्षी सैलानियों की यात्रा को यादगार बना देते हैं। इस जगह पर पहाड़ी पक्षियों की बहुतायत है और उनकी सैकड़ों प्रजातियां पायी जाती हैं। आप भी इस जगह पर जाकर प्रकृति के सानिध्य में अच्छा समय बिता सकते हैं।
2. जीभी जाने का सही समय
जीभी (Jibhi Himachal) जाने के लिए सबसे अच्छा समय जनवरी और मार्च के बीच का माना जाता है। क्योंकि इस समय यहां की प्राकृतिक छटा बहुत ही निराली होती है। मैं नवम्बर के महीने में गया था क्योंकि सर्द का मौसम घूमने के लिहाज़ से मुझे काफी पसंद है। सच कहूं तो इस जगह पर किसी भी मौसम में जाया जा सकता है। इस जगह पर हर मौसम का अपना एक अलग ही मज़ा है। हां, यदि आप मेरी तरह जीभी जाने के लिए सर्दी का चुनते हैं तो आपको तैयारी भी उसी के मुताबिक करनी होगी।
3. दिल्ली से जीभी कैसे जाएं ?
मुझे जीभी (Jibhi Himachal) के बारे में ज्यादा कुछ पता नहीं था। लेकिन थोड़ी सी छानबीन शुरू कि तो पता चला कि यह जगह हिमाचल के कुल्लू जिले में स्थित है। मैंने दिल्ली से शिमला के लिए बस पकड़ी। शिमला से जीभी के लिए टैक्सी ली और जीभी पहुंचा। शिमला से जीभी तक़रीबन 150 किमी की दूरी पर स्थित है। दिल्ली से शिमला तक का सफर तक़रीबन आठ घंटे का रहा और शिमला से जीभी पहुंचने में तक़रीबन छह घंटे लगे। दिल्ली से शिमला तक के सफर ने थका दिया था लेकिन शिमला से जीभी तक का सफर बहुत ही मज़ेदार रहा। यह गांव कुल्लू की बंजार घाटी में बसा हुआ है जिसे प्रकृति प्रेमियों का स्वर्ग कहा जाता है।
3.1 सड़क मार्ग
जीभी जाने के लिए कई तरह के सड़क मार्ग हैं। एक जैसे की मैं गया दिल्ली से शिमला, फिर कुल्लू और जीभी (Jibhi Himachal) पहुंचा। आप दिल्ली से डायरेक्ट मनाली भी जा सकते हैं, मनाली से जीभी जाने के लिए हजार-बारह सौ रुपये में आपको टैक्सी मिल जाएगी।
3.2 हवाई मार्ग
जीभी नजदीकी हवाई अड्डा भुंतर है। भंडार से जीभी की दूरी महज़ पचास से साथ किमी रह जाती है। भुंतर से जीभी के लिए आपको तरह तरह के साधन मिलते हैं। आप टैक्सी बुक करके या फिर शेयर्ड में जा सकते हैं।
3.3 ट्रेन के द्वारा
ट्रेन को भारत की लाइफलाइन कहा जाता है। यदि आप ट्रेन से जाना चाहते हैं तो आपको पठानकोट पहुंचना होगा। उसके पश्चात् छोटी लाइन से बैजनाथ पहुंचना होगा फिर जीभी। पठानकोट और बैजनाथ दोनों ही जगहों से आप जीभी के लिए साधन ले सकते हैं।
4. मोबाइल नेटवर्क और एटीएम
वर्तमान में खाना खाना जरुरी हो या ना हो घर पर एक बार अपनों से बात करना जरुरी होता है। ऐसे में मोबाइल नेटवर्क की उपलब्धता को सुनिश्चित करता जरुरी हो जाता है। दुनिया प्लास्टिक मनी में बदल चुकी है ऐसे में एटीएम की सुविधा भी जरुरी हैं नहीं सारा समय एटीएम टूंढने में चला जायेगा तो ट्रिप का मज़ा किरकिरा हो जायेगा।
4.1 मोबाइल नेटवर्क
जीभी (Jibhi Himachal) में आपको एयरटेल और जिओ का अच्छा नेटवर्क मिलता है लेकिन अगर आप वोडाफोन की सर्विस उपयोग कर रहे हैं तो आपको सोचना पड़ेगा। जीभी में वोडाफोन का नेटवर्क नहीं रहता है।
4.2 एटीएम की सुविधा
जीभी में एटीएम उपलब्ध हैं लेकिन कब चलते हैं, कब बंद हो जाते हैं इस बात का कोई भरोसा नहीं। मेरा सुझाव यह है कि अगर आप दिल्ली से चल रहे हैं तो कैश लेकर चले। नहीं तो मनाली पहुंचकर पैसे निकाल लें।
5. जीभी में कहां ठहरे ?
जीभी (Jibhi Himachal) में ठहरने के लिए बहुतेरे विकल्प हैं। लेकिन मेरा सुझाव यह है कि आप होमस्टे में रुके। एक तो यह होटल के मुकाबले काफी सस्ता पड़ेगा। जीभी में होमस्टे ठहरने के साथ खाने के भी अच्छे और सस्ते विकल्प देते हैं।
6. जीभी में घूमने की जगहें ?
इस जगह पर रहते हुए मैं जालोरी पास, सेरोलसर झील, चैनी किला गया। मैंने पाया कि इस जगह पर पैदल घूमने से अच्छा कुछ भी नहीं है। बहुत सारी जगहें पास-पास स्थित हैं जहां आप ट्रेक करके जा सकते हैं। आपको पैदल चलते हुए प्रकृति की सुंदरता का अद्भुत अहसास होगा। अगर आपको बहुत दूर जाना है तो टैक्सी ले सकते हैं। जगहों के बारे में भी थोड़ा सा आपको बता देता हूं ताकि आप जीभी (Jibhi Himachal) के पर्यटन स्थलों के बारे में भी अच्छे से जान सकें।
6.1 जालोरी पास
जालोरी पास जीभी में स्थित एक छोटा सा दर्रा है जहां से पूरे जीभी का खूबसूरत नजारा देखा जा सकता है। यह जगह काफी ऊंचाई पर और बेहद शांत है। अगर आप शांतप्रिय स्वभाव के हैं तो यह जगह आपको पसंद आएगी।
6.2 सेलेसार झील
झील जालोरी पास वाले ही रुट पर तक़रीबन पांच-सात किमी आगे पड़ती है। इस जगह पर अगर आप जाते हैं तो थोड़ी सी चढ़ाई करने की हिम्मत दिखाइए और इस झील पर पहुंच जाइये। यह झील बहुत ही खूबसूरत और कैंपिंग के अनुकूल है।
6.3 चैनी का किला
चैनी का किला देखने जरूर जाएं। यह प्राचीन किला होने के बावजूद अभी अद्भुत वास्तुकला का परिचय देता है। इस जगह पर एक मंदिर भी जहां पर लोग अक्सर पूजा पाठ के लिए आते हैं। इस जगह पर एक लकड़ी का टावर भी है जहां से आसपास का दृश्य बहुत खूबसूरत दिखता है।
6.4 जीभी झरना
जीभी को प्रकृति ने भी क्या खूब सजाया और संवारा है। इस जगह पर कई झरने आपको बहते हुए दिख जायेंगे जहां गर्मियों में सैलानी नहाने का लुत्फ़ उठाते हैं। आपके लिए भी इन निर्झर बहते झरनों को देखना एक अलग तरह का अनुभव होगा।
7- जीभी में क्या क्या करें ?
जीभी (Jibhi Himachal) में घूमने के अलावा आप तरह तरह की एक्टिविटी भी कर सकते हैं। यह जगह ट्रेकिंग, कैंपिंग, नेचर वॉक, फिशिंग और बर्ड वाचिंग के लिए जानी जाती है। जीभी में कैंपिंग के लिए बहुत सारे स्पॉट हैं जहां आप कैंपिंग कर सकते हैं। यह जगह अपने ट्रेकिंग रूटों के लिए भी जानी जाती है। लोग अलग अलग रूटों पर आपको ट्रेकिंग करते दिखें जायेंगे।
साथ ही साथ बर्ड वाचिंग और फिशिंग के शौक़ीन आपको जगह जगह नज़र आएंगे।
7.1 ट्रेकिंग
जीभी में बहुत सारे ट्रेकिंग रुट और इस जगह पर पैदल चलने से सकुनदेह कुछ भी नहीं। अगर आप ट्रेकिन के शौक़ीन हैं तो लम्बी दूरी की पैदल यात्रा कर सकते हैं। यह आपको अपनी दिन-प्रतिदिन की उबाऊं दिनचर्या से उबारने का काम करेगी और आपकी यात्रा को आनंददायक बना देगी।
7.2 कैम्पिंग
जीभी का हरभरा और मनमोहक वातावरण जीभी को कैंपिंग के अनुकूल बनाता है। इस जगह पर प्रकृति की छाव में बिताने से सकुनदेह क्या होगा ? आई इस जगह पर कैंपिंग के दौरान जीभी की जैव विविधता को अच्छी तरह से देख और एन्जॉय कर सकते हैं। इस जगह पर आपको कैंप में रहने का मज़ा जरूर लेना चाहिए।
7.3 बर्ड वाचिंग
यह एक अलहदा शौक है। हम पहले अपने घर की मुंडेर अथवा खिड़की पर चिड़ियों को देखा करते थे। अब इसी चीज के लिए पर्यटन का सहारा लेना पड़ रहा है। खैर, जीभी इस चीज के लिए बहुत ही अनुकूल जगह है। इस जगह पर चिड़ियों की तक़रीबन 200 प्रजातियां पायी जाती हैं।
7.4 फिशिंग
जीभी में मीठे पानी की कई झीलें हैं। यह गांव आपको मछली पकड़ने का भी जरिया देता है। लोग शौकिया तौर पर फिशिंग करते हैं। अगर आप भी इस तरह का शौक रखते हैं तो इसके लिए आपको सबसे पहले नागिनी गांव में मतस्य अधिकारी से परमिट लेना होगा। याद रखें की परमिट लेना अनिवार्य है।
7.5 नेचर वॉक
इस जगह की प्राकृतिक बहुलता सैलानियों को नेचर वॉक के लिए प्रेरित करती है। अगर आप जीभी में घूमने-टहलने और अपनी छुट्टी बिताने आये हैं तो प्रकृति के बीच सुबह और शाम की सैर पर जरूर जाएं। यह आपको तरोताजा रखेगी तथा प्रकृति को जानने समझने का सुनहरा मौका देगी।
8- जीभी में खाने पीने की जगहें ?
जीभी (Jibhi Himachal) में खाने पीने की तरह-तरह की सुविधा आपको मिलेगी। आप अगर होमस्टे में रह रहे हैं तो घर के खाने का स्वाद ले सकते हैं। अन्यथा होटल और रेस्टोरेंट तो हैं ही। जीभी में कैफ़े कल्चर भी भरपूर देखने को मिलता है। कैफ़े के शौक़ीन लोगों के लिए खाने पीने की कुछ जगहों के बारे में बता देता हूं।
8.1 मदर्स कैफे
जीभी (Jibhi Himachal) में स्थित मदर्स कैफे को स्वादिष्ट भोजन के लिए जाना जाता है। इस जगह का खाना काफी अच्छा होता है और घर के खाने की याद दिला देता है। आपको यहां का खाना खाकर मां के भोजन की याद आएगी। यह कैफे कई तरह के पकौड़े और पाइपिंग हॉट टी तथा कॉफी उपलब्ध करता है जो सैलानियों को खूब पसंद आती है।
8.2 जीभी डिलाइट कैफे
जीभी डिलाइट कैफे भी आप जा सकते हैं। यह एक बहुत ही अच्छा कैफे है। इसके आसपास का परिवेश बहुत ही शानदार है। इस जगह पर आप प्रकृति के बीच भोजन का स्वाद ले सकते हैं। जीभी डिलाइट में बना चावल और सब्जियां यात्री खूब पसंद करते हैं।
8.3 हरिओम कैफे
हरिओम कैफे अपने यहां आने वाले सैलानियों को एक खूबसूरत प्राकृतिक माहौल के साथ अच्छा भोजन प्रदान करता है। इस कैफ़े की ख़ास बात यह है कि इसके सभी व्यजनों को ताजा उपज के उपयोग से तैयार किया जाता है। इस जगह पर आकर भोजन करना आपको अच्छा लगेगा।
8.4 चाय के स्टॉल
बिना चाय के खोखे के हर भारतीय जगह अधूरी लगती है। इसलिए क्यों ना चलो जीभी (Jibhi Himachal) में भी स्थित टी स्टॉल की भी थोड़ी सी बात कर लेते हैं। अगर आप चाय के शौक़ीन हैं तो आपको जीभी में कई प्रकार के चाय के स्टॉल स्थित हैं। यह अच्छी चाय पिलाने के अलावा आपको मैग्गी भी खिलाते हैं।
9. दिल्ली से जीभी ट्रिप का कुल खर्च
किसी भी ट्रिप के खर्च को तीन हिस्सों में बांटकर देखा जा सकता है। पहला ट्रांसपोर्टेशन, दूसरा फ़ूड और तीसरा एकोमोडेशन। दिल्ली से मनाली तक जाने के लिए 1000-1500 बीच में बस मिल जाती हैं। मनाली से जीभी के लिए टैक्सी आपको 1000-1200 में मिल जाती है। आप शेयर्ड टैक्सी लेकर इस बजट को कम भी कर सकते हैं।
यह पर्सन टू पर्सन डिपेंड करता है। अगर आप खानपान को लेकर फ्लेक्सिबल हैं तो फ़ूड पर खर्च जीभी जैसी जगह पर 500 रुपये के आसपास आता है। इसके अलावा जैसा कि मैंने बताया यहां के होमस्टे आपको रहने के साथ साथ खाने की भी सुविधा देते हैं जो काफी अच्छा और सस्ता होता है।
जीभी (Jibhi Himachal) में आपको रहने के लिए सस्ते और महंगे दोनों ही तरह के विकल्प मिल जाते हैं। इस जगह पर स्थित होमस्टे काफी अच्छे हैं और आपको 500-1000 के बीच में आसानी से मिल जाते हैं।
यह रही मेरी जीभी ट्रिप की पूरी जानकारी। मेरी यात्रा काफी अच्छी और सुखद रही। अगर आप जाते हैं जीभी ट्रेवल गाइड को पढ़िए और साझा कीजिये कि जीभी पहुंचकर आपको कैसा लगा।