Menu
पर्यटन स्थल

प्रकृति के विलय का अनूठा संगम कौसानी

Kausani Uttarakhand

Kausani Uttarakhand: कौसानी वैसे तो देश के पहाड़ी राज्य उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में स्थित एक छोटा सा गांव है परन्तु इस जगह की खूबसूरती दुनिया भर के सैलानियों को अपने तरफ खींचती रही है। शहरों की भागदौड़ और हलचल से दूर कौसानी में पहुंचकर एक अद्भुत यात्रा की सुखद अनुभूति होती है। यह जगह प्रकृति के गोद में समय बिताने के लिहाज से बहुत ही आदर्श और अनुकूल है।

यह भी पढ़ें: कसार देवी मंदिर: धर्म, अध्यात्म और विज्ञान की पहेली

कौसानी में सूर्योदय

त्रिशूल और नंदा देवी की बर्फ से ढकी चोटियों से जब सूर्य की किरणे निकलती हैं तो लाल रंग स्फुरित होता है।

कौसानी (Kausani Uttarakhand) में तमाम तरह के पर्यटन स्थल मौजूद हैं पर कौसानी में सूर्योदय का नजारा बहुत ही लाज़वाब होता है। देश के कोने कोने से लोग इस जगह पर सिर्फ सूर्योदय देखने की लालसा लिए आते हैं। मुझे भी कौसानी में उगते हुए सूरज को देखना काफी अच्छा लगा। आपको बता दूं कि इस जगह पर हिमालय की चोटियों की लंबी श्रृंखला फैली हुई है। दूर दूर तक फैली काट्यूर घाटी का फैलाव इस जगह को काफी बड़ा और खूबसूरत फलक देता है और इसके मध्य से होकर सूरज की किरणे आप तक आती हैं तो आप एक अद्भुत रोमांच का अनुभव करते हैं।

यह भी पढ़ें: हिमाचल की खूबसूरती की पर्याय सैंज घाटी की यात्रा

कौसानी कैसे पहुंचे

कौसानी (Kausani Uttarakhand) अल्मोड़ा और काठगोदाम के लगभग बीच में पड़ती है। पूरा रास्ता देवदार और पाइंस की वनस्पतियों से होकर गुजरता है। अगर आप जाना चाहते हैं तो आपको बता दूं कि यह एक छोटा गांव है। इस जगह पर पहुंचने के लिए आपको पहले काठगोदाम रेलवे स्टेशन या फिर पंतनगर हवाई अड्डे पर पहुंचना होगा। आप अपने निजी वाहन से भी इस जगह पर जा सकते हैं। दिल्ली से उत्तराखंड राज्य परिवहन की कुछ बसें भी चलती हैं। मौसम की बात करें तो यहां का मौसम ठंडा मगर घूमने टहलने के अनुकूल होता है। अगर आप इस जगह पर आना चाहते हैं तो गर्म कपड़े पैक करना नहीं भूले और काम से कम इस जगह पर चार-पांच दिन का वक़्त लेकर आएं ताकि अच्छे से कौसानी घूम सकें।

यह भी पढ़ें: दून घाटी का एक ऐसा शहर जिससे आपको प्यार हो जायेगा

विविधताओं से भरी हुई जगह

कौसानी (Kausani Uttarakhand) आकर आप तरह तरह की साहसिक गतिविधियां कर सकते हैं। कौसानी में बहुत सारे यात्री ट्रेकिंग और रॉक क्लाइम्बिंग के लिए आते हैं। साहसिक पर्यटन को पसंद करने वाले लोगों की यह एक आदर्श जगह है। सुन्दर धुंगा ट्रेक के साथ ही साथ इस जगह पर आकर पिण्डारी ग्लेशियर को ट्रेक किया जा सकता है। मिलम ग्लेशियर का ट्रेक भी इसी जगह पर स्थिति है। जिसकी वजह से कौसानी को विविधताओं से भारी जगह के रूप में देखा जाता है।

यह भी पढ़ें: भारत की फ्रेंच कैपिटल पुदुचेरी की यात्रा

महात्मा गांधी और अना-शक्ति आश्रम

वह अतिथि गृह जहां गांधी जी रहते थे उसे वर्तमान में अनाशक्ति आश्रम के नाम से जाना जाता है।

हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भी कौसानी की सुंदरता को देखकर मंत्रमुग्ध हो गए थे। उन्होंने 1929 में इस जगह पर तक़रीबन बारह दिन बिताए और कौसनी की खूबसूरती पर काफी गहनता से विचार किया। कौसानी (Kausani Uttarakhand) ही वह जगह है जहां उन्होंने गीता-अना-शक्ति योग पर अपनी किताब लिखी। इस जगह पर एक और जाना माना आश्रम है जिसे लक्ष्मी या फिर सरला आश्रम के नाम से भी जाना जाता है। इस जगह पर भी गांधी जी को मानने वाले बहुतयात संख्या में आते हैं। कैथरीन हिलमन जो महात्मा गांधी की एक अनुयायी के तौर पर काम करती थी उन्होंने ही इसे बनवाया था।

यह भी पढ़ें: भगवान शिव का पौराणिक घर कल्पा की यात्रा

कवि सुमित्रा नंदन पंत की जन्मस्थली

सुमित्रा नंदन पंत जी ने अपनी कविताओं के माध्यम से इस जगह का बहुत ही अद्भुत वर्णन किया है।

कौसानी हिंदी के जाने माने कवि सुमित्रा नंदन पंत जी का जन्म स्थान भी है जिसकी वजह से इस जगह को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। कौसानी में लिखी पंत जी की शुरुआती कविताओं में प्रकृति की बहुत ही खूबसूरत अभिव्यक्ति देखने को मिलती है। पंत जी ने अपनी कविताओं के माध्यम से इस जगह का बहुत ही अद्भुत वर्णन किया है। पंत जी से जुड़ी उन चीजों को संग्रहित करने के लिए एक संग्रहालय भी बनाया गया है जिसे वर्तमान में सुमित्रा नंदन पंत संग्रहालय के नाम से जाना जाता है। आपको कौसानी (Kausani Uttarakhand) आकर उनसे जुड़ी बहुत सारी चीजें देखने को मिल जाएंगी।

यह भी पढ़ें: किन्नौर जिले का क्राउन चितकुल

धार्मिक स्थलों की लम्बी श्रृंखला

धार्मिक रूप से भी कौसानी काफी समृद्ध है। कौसानी और आसपास मंदिरों की काफी बड़ी श्रृंखला है। इस जगह पर रहते हुए आप पिन्नाथ मंदिर देख सकते हैं। रुद्रहरि महादेव मंदिर का भ्रमण भी आप कर सकते हैं। कोट भ्रामरी मंदिर आपमें आस्था का संचार करेगी और बैजनाथ मंदिर प्राचीन मंदिरों में रूचि रखने वालों को खूब पसंद आएगा। इसलिए सैलानियों की नज़र में इस जगह की पवित्रता और महत्व काफी बढ़ जाता है।

कुछ और महत्वपूर्ण जगहें जहां आप भ्रमण कर सकते हैं और अपनी कौसानी यात्रा को लाजवाब बना सकते हैं।

रुद्रधारी जलप्रपात

कौसानी से तक़रीबन दस बारह किमी की दूरी पर स्थित इस फाल का संबंध भगवान विष्णु और भोलेनाथ से बताया जाता है। यह झरना काफी खूबसूरत है और इसी के पास शिव को समर्पित सोमेश्वर मंदिर है। हरे भरे पेड़ पौधों से घिरी यह जगह काफी धान की खेती के लिए भी जानी जाती है और पूरा रास्ता देवदार के घने जंगलों से होकर गुजरता है।

यह भी पढ़ें: जैव बहुलता का पर्याय ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क

बैजनाथ मंदिर कौसानी

यह मंदिर कौसानी से तक़रीबन पंद्रह- बीस किमी की दूरी पर स्थित है और इसकी काफी मान्यता है। ऐसा माना जाता है कि यह कभी कत्यूरी राजाओं की राजधानी हुआ करता था। यह मंदिर काफी पुराना है इसका निर्माण तक़रीबन नौ साल पहले हुआ था। एक मान्यता यह भी है कि शिव और पार्वती का विवाह यहीं पर गोमती और गुर नदी के किनारे सम्पन्न हुआ था।

कौसानी चाय बागान

कौसानी के चाय पूरी दुनिया में फेमस है। इस जगह पर काफी बड़े स्तर पर चाय की खेती की जाती है। इस जगह पर आने वाले लोग चाय का बागान देखने के साथ साथ चाय की फैक्टरी भी देखना पसंद करते हैं।

यह भी पढ़ें: हरिद्वार में कुम्भ भरने की परम्परा का पौराणिक सन्दर्भ

ग्वालदम गांव कौसानी

यह एक बेहद खूबसूरत गांव है। इस जगह पर लोग यहां के खूबसूरत घने जंगल और गांव में स्थित छोटी छोटी झीलों का लुत्फ़ लेने के लिए आते हैं। इस गांव में आकर आपको काफी अच्छा लगेगा।

कौसानी पंत संग्रहालय

साहित्य में रूचि रखने वालों की सबसे खास जगहों में पंत संग्रहालय ही है। इस जगह पर पंत जी की लिखी किताबों का बड़ा संग्रहालय है। इस जगह ऊपर आप उनसे जुड़ी कला सम्बन्धी अन्य चीजें भी देख सकते हैं।

यह भी पढ़ें: पर्यटन और जैव विविधता से भरपूर खज्जियार

दोस्तों, आशा करता हूं कि यह लेख आप लोगों को पसंद आया होगा। मेरी कोशिश हर दिन आपको कुछ नया देने की रहती है। आपको लेख पढ़कर कैसा लगा स्ट्रोलिंग इंडिया और अपने इस घुमंतू दोस्त के साथ जरूर बाटें। 

हमसे संपर्क करें : अगर आप कोई सूचना, लेख, ऑडियो-वीडियो या सुझाव हम तक पहुंचाना चाहते हैं तो इस ईमेल आईडी पर भेजें: indiastrolling@gmail.com 

travel writer sanjaya shepherd लेखक परिचय

खानाबदोश जीवन जीने वाला एक घुमक्कड़ और लेखक जो मुश्किल हालातों में काम करने वाले दुनिया के श्रेष्ठ दस ट्रैवल ब्लॉगर में शामिल है। सच कहूं तो लिखने और घूमने के अलावा और कुछ आता ही नहीं। इसलिए, वर्षों से घूमने और लिखने के अलावा कुछ किया ही नहीं। बस घुम रहा हूं।