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घुमक्कड़ी

एशिया का एकमात्र जीवित किला जैसलमेर फोर्ट

Jaisalmer Living Fort

Jaisalmer Living Fort: मेरी अब तक की यात्राओं जैसलमेर की यात्रा सबसे यादगार रही है। जैसलमेर किले को देखना तो पूरी तरह से रोमांच से भर दिया था। इस पूरी यात्रा ने ही मेरे जीवन में एक अलग तरह का भाव भरा। फिर चाहे आई लव जैसलमेर के कार्यों को देखना हो या फिर मिस्टिक जैसलमेर के कर्ताधर्ता और इस दुनिया के सबसे बेहतरीन लोगों में से एक अशरफ़ अली से मिलना।

मैंने पहली बार मिस्टिक जैसलमेर की छत से ही जैसलमेर के किले से देखा था और वह दृश्य तथा कूम्प भाई और अशरफ़ सर के साथ बिताया समय कहीं ठहरा रह गया था जो अब जहां का तहां ठहरा हुआ है। हम देर तक सिर्फ शहर की ही बात करते रहे थे और बात ही बात में पता चला था कि जैसलमेर क़िला दुनिया का एकमात्र जीवित किला (Jaisalmer Living Fort) है।

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यह सुनते ही मेरी उत्सुकता इस जैसलमेर किले को देखने की बढ़ गई थी और मैं मिस्टिक जैसलमेर से निकलने के पांच मिनट बाद जैसलमेर किले के गेट पर था। आपको बता दूं कि जैसलमेर किले को जैसलमेर की शान के रूप में जाना जाता है और यह क़िला शहर के केन्द्र में स्थित है। जैसलमेर के क़िले को ‘सोनार किला’ या ‘स्वर्ण किले’ के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि यह पीले बलुआ पत्थर का किला, सूर्यास्त के समय सोने की तरह चमकता है।

भाटी राजपूत शासक जैसल द्वारा त्रिकुरा पहाड़ी के शीर्ष पर निर्मित किये जैसलमेर किले में कई खूबसूरत हवेलियाँ या मकान, मंदिर और सैनिकों तथा व्यापारियों के आवासीय परिसर हैं। जैसलमेर किला एक 30 फुट ऊंची दीवार से घिरा हुआ है। यह एक विशाल 99 बुर्जों वाला किला है।

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जैसलमेर किला (Jaisalmer Living Fort) जो कभी राजा महाराजाओं की शानोशौकत का प्रतीक हुआ करता था वर्तमान में शहर की आबादी के एक चौथाई लोगों का आवासीय स्थान है। जैसलमेर किले के अंदर घर हैं, लोग हैं, बाज़ार हैं, साथ ही साथ किला परिसर में कई कुयें भी जो यहाँ के निवासियों के लिए पानी का नियमित स्रोत हैं। जैसलमेर का किला बिल्कुल जिन्दा किला है, यहां जीवन की बिल्कुल वैसी ही बसावट है जैसा कि सामान्यतौर पर हमारे गांवों और शहरों की होती है। इसीलिए जैसलमेर के किले का नाम दुनिया के जीवित किले में शुमार है।

जैसलमेर किले (Jaisalmer Living Fort) के एक छोर से दूसरे छोर तक घूमना मुझे किसी ऐसे शहर की याद दिला रहा था जिसमें एक तरफ सुख सुविधाएं और वैभव के प्रतीक तमाम तरह के कोठे अटारी राजमहल होते हैं तो दूसरी तरफ चलता फिरता और अपनी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने में व्यस्त जीवन। देखकर आपको सहज अंदाजा हो जाता है कि किला राजपूत और मुगल स्थापत्य शैली का आदर्श संलयन दर्शाता है।

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राजस्थान के अन्य किलों की तरह, जैसलमेर किले (Jaisalmer Living Fort) में भी अखाई पोल, हवा पोल, सूरज पोल और गणेश पोल जैसे कई द्वार हैं। सभी द्वारों में अखाई पोल या प्रथम द्वार अपनी शानदार स्थापत्य शैली के लिए प्रसिद्ध है।

इस प्रवेश द्वार को वर्ष 1156 में बनाया गया था और शाही परिवारों और विशेष आगंतुकों द्वारा यही प्रवेश द्वार उपयोग किया जाता था। इस किले तक पहुंचने के लिए, आगंतुक जैसलमेर शहर से एक ऑटो रिक्शा या रिक्शा किराए पर ले सकते हैं। किले के ऊपरी हिस्से से स्वर्ण सा चमकता पूरा जैसलमेर शहर दिखाई देता है।

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जैसलमेर किले (Jaisalmer Living Fort) के अंदर होटल, रेस्टोरेन्ट और ठहहरे के लिए कई तरह की जगहें हैं। आप यहां पर आकर किले में रहने का आंनद ले सकते हैं और जैसलमेर किले की जीवंतता को अपने अंदर महसूस कर सकते हैं।

दोस्तों, आशा करता हूं कि यह लेख आप लोगों को पसंद आया होगा। मेरी कोशिश हर दिन आपको कुछ नया देने की रहती है। आपको लेख पढ़कर कैसा लगा स्ट्रोलिंग इंडिया और अपने इस घुमंतू दोस्त के साथ जरूर बाटें। 

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travel writer sanjaya shepherd लेखक परिचय

खानाबदोश जीवन जीने वाला एक घुमक्कड़ और लेखक जो मुश्किल हालातों में काम करने वाले दुनिया के श्रेष्ठ दस ट्रैवल ब्लॉगर में शामिल है। सच कहूं तो लिखने और घूमने के अलावा और कुछ आता ही नहीं। इसलिए, वर्षों से घूमने और लिखने के अलावा कुछ किया ही नहीं। बस घुम रहा हूं।