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पर्यटन स्थल

टी सिटी ऑफ इंडिया यानि चाय वाला शहर डिब्रूगढ़ !

Dibrugarh

भारत में हर शहर का अपना एक फ्लेवर है। इसी तरह असम का भी अपना एक फ्लेवर है। आज हम बात करने वाले हैं असम में स्थित डिब्रूगढ़ (Dibrugarh) की जिसे टी सिटी ऑफ इंडिया’ कहा जाता है। ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे बसा अपनी भौगोलिक स्थित और मौसम की वजह से यह शहर बहुत ही खूबसूरत है। यहां पर घूमने टहलने के लिए कई महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल मौजूद हैं जिसकी वजह से हर कोई इस तरफ खींचा चला आता है।

भौगोलिक के साथ-साथ प्रकृति के साथ इसका एक एतिहासिक कनेक्शन भी बनता है जो डिब्रूगढ़ (Dibrugarh) की खूबसूरती को एक अलग पहचान दिलाता है। अहोम भाषा की बुरंजी एतिहासिक कृतियों में इस शहर का नाम ती-फाओ दिया गया है, जिसका अर्थ होता है ‘स्वर्ग-स्थल’। इसलिए इस जगह को नार्थईस्ट का स्वर्ग भी कहा जा सकता है।

मेरा डिब्रूगढ़ (Dibrugarh) से परिचय बहुत पुराना है। लगभग बारह-चौदह साल पुराना जब अरुणांचल प्रदेश में मेरा मिनी माइग्रेशन हुआ और मैंने पहली बार नार्थईस्ट की यात्रा की। उस समय वहां जाने के लिए बमुश्किल कोई ट्रेन मिल पाती थी। वर्तमान में डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस सप्ताह में पांच दिन नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से रवाना होती है और तीसरे दिन आपको डिब्रूगढ़ पहुंचा देती है। डिब्रूगढ़ में पूरे साल एक सुखद मौसम रहता है जिसकी वजह से इस जगह पर आने-जाने वाले पर्यटकों की हर मौसम में आवाजाही रहती है।

चाय के बगानों और अपनी प्राकृतिक सौंदर्यता के लिए प्रसिद्ध इस शहर में चाय पीने के साथ-साथ आप नेचर वॉक का भरपूर मज़ा ले सकते हैं। पूरे शहर में चाय के कई बागान हैं, जो अंग्रेजों के जमाने से हैं। आप अपने दिन की शुरुआत सुबह चाय के बागान देखने के साथ कर सकते हैं। आपको बता दें कि असम की चाय दुनियाभर में मशहूर है और यहां चाय के बागान देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं और डिब्रूगढ़ (Dibrugarh) असम का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण शहर है।

डिब्रूगढ़ (Dibrugarh) शहर को अपना नाम डिब्रूमुख शब्द से मिला है जिसमें ‘डिब्रू’ नदी का नाम है और ‘मुख’ का अर्थ मुंह है। यह असम राज्य में डिब्रूगढ़ जिले का मुख्यालय है। कभी नार्थईस्ट देश से कटा और बिलकुल अलग जान पड़ता था लेकिन जैसे जैसे परिवहन के साधन बढ़े, आवागमन तेजी से होने लगा व्यापार और पर्यटन जैसी गतिविधियों में तेजी आयी और नार्थईस्ट के पर्यटन स्थलों के प्रति देश-दुनिया का रुझान बढ़ा।

डिब्रूगढ़ (Dibrugarh) शहर भारत और विदेशों के पर्यटकों के लिए व्यापार और पर्यटन स्थलों कि यात्रा करने के लिए एक लोकप्रिय स्थल के रूप में उभर रहा है।यह शहर पूरी तरह से प्रकृति और संस्कृति से भरा हुआ है। इस जगह पर जाकर आपको नार्थईस्ट की संस्कृति और विरासत देखने को मिलेगा। डिब्रूगढ़ में आपको जैविक विविधता भरपूर मिलती है। जिनका मुख्य कारण देहिंग पटकाई वन्यजीव अभयारण्य का यहां स्थित होना है। यह काफी बड़ा और असम का एकमात्र वर्षावन है। अगर आप डिब्रूगढ़ घूमने ला प्लान कर रहे हैं, तो देहिंग पटकाई जाना न भूलें। यह घूमने लायक जगह है।

डिब्रूगढ़ (Dibrugarh) में जोकाई बोटैनिकल गार्डन नाम का एक बेहद ही खूबसूरत उद्यान भी है। यह उद्यान दुर्लभ और विलुप्त हो चुकी वनस्पतियों की प्रजातियों को जीवंत रखने का काम करता है। अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं, तो आपको यहां एक बार तो घूमने जरूर आना चाहिए। धार्मिक रूप से भी इस जगह की काफी महत्ता है। इस शहर में कई शानदार मंदिर हैं, जो पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं। यहां का सबसे प्रसिद्ध मंदिर जगन्नाथ मंदिर है, जो ओडिशा के पुरी मंदिर की तरह बनाया गया है।

इन सबके आलावा आप नामफाके मोनेस्ट्री ग्राम, नहरकटिया टाउन, रडोंगा डोल, डिब्रू सैखोवा राष्ट्रीय उद्यान देखने जा सकते हैं। इस जगह पर खाने पीने के लिए जगहों की कोई कमी नहीं है। स्थानीय असमिया भोजन आपको काफी पसंद आएगा। मौसम के लिहाज से बात करें तो इस जगह पर साल में कभी भी घूमने के लिए जा सकते हैं।

दोस्तों, आशा करता हूं कि यह लेख आप लोगों को पसंद आया होगा। मेरी कोशिश हर दिन आपको कुछ नया देने की रहती है। आपको लेख पढ़कर कैसा लगा स्ट्रोलिंग इंडिया और अपने इस घुमंतू दोस्त के साथ जरूर बाटें। 

travel writer sanjaya shepherd लेखक परिचय

खानाबदोश जीवन जीने वाला एक घुमक्कड़ और लेखक जो मुश्किल हालातों में काम करने वाले दुनिया के श्रेष्ठ दस ट्रैवल ब्लॉगर में शामिल है। सच कहूं तो लिखने और घूमने के अलावा और कुछ आता ही नहीं। इसलिए, वर्षों से घूमने और लिखने के अलावा कुछ किया ही नहीं। बस घुम रहा हूं।