Dharamshala Himachal: हिमाचल के कांगड़ा जिले में स्थित धर्मशाला एक शांत और बेहद सुंदर जगह है। धर्मशाला एक अच्छा टूरिस्ट डेस्टिनेशन होने के साथ साथ बौद्ध धर्म का केंद्र भी है जिसकी वजह से धर्म की तरफ रुझान रखने वालों को अभी अपनी तरफ खींचता है। धर्मशाला में ही दलाई लामा का निवास स्थान भी है जिसकी वह से जिस कारण यहां पर बड़ी संख्या में तिब्बती आबादी निवास करती है। धर्मशाला पहले भागसू के नाम से जाना जाता था। साल 2017 में शिमला के बाद हिमाचल प्रदेश राज्य की दूसरी राजधानी के रूप में धर्मशाला का नाम घोषित किया गया। धर्मशाला मुख्य रूप से कांगड़ा घाटी ऊपरी हिस्से में है और घने जंगलों से घिरा हुआ है। धर्मशाला में स्थित मैक्लोडगंज, भागसूगनाग और धर्मकोट भारत के नक़्शे पर उभरते हुए पर्यटन स्थल है।
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करेरी डल झील धर्मशाला
धर्मशाला (Dharamshala) में स्थित करेरी डल झील का नाम कश्मीर के डल झील के नाम पर रखा गया है। करेरी झील को आमतौर पर पहाड़ों की बर्फ के पिघलने से ही पानी प्राप्त होता है। करेरी झील यहां आने वाले सैलानियों के बीच ट्रैकिंग डेस्टिनेशन के रूप में काफी प्रसिद्ध झील है। धर्मशाला में बर्फ़बारी खूब होती है और करेरी झील दिसंबर से मार्च तक बर्फ से जमी रहती है। प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर करेरी झील का वातावरण काफी शांत व मनमोहक है।
विशेष : बोटिंग, पिकनिक के मजा आप ले सकते हैं।
धर्मशाला भागसूनाग मंदिर
भगवान शिव को समर्पित भागसूनाग मंदिर देश के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है। यह मंदिर धर्मशाला (Dharamshala) के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। हर साल हजारों तीर्थयात्री भागसूनाग मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं। भागसूनाग मंदिर पहुंचने के लिए ऊंची पहाड़ियों और घुमावदार पगडंडियों से होकर गुजरना होता है जो यात्रियों में एक अद्भुत रोमांच भरने का काम करता है।
विशेष : पूल में डुबकी लगा सकते हैं। भागसूनाग मंदिर में आयोजित होने वाला वार्षिक मेले काफी पॉपुलर है।
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भागसू झरना धर्मशाला
भागसू झरना भागसूनाग मंदिर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। धर्मशाला (Dharamshala) में स्थित भागसू झरना एक प्राकृतिक झरना है और यहां आने जाने वाले सैलानियों के बीच काफी प्रसिद्ध है। यह झरना 20 मीटर की ऊंचाई पर है और ऊपर से गिरता हुआ जल एक मनमोहक छटा उत्पन करता है। इस जगह पर आकर प्राकृतिक सुंदरता से घिरे हुए दूधिया सफेद पानी को देखना बहुत ही आकर्षक लगता है।
विशेष: प्राकृतिक सुंदरता है, ठंडे पानी में एक डुबकी लगा सकते हैं।
धर्मशाला का गयुतो मठ
धर्मशाला (Dharamshala) स्थित गयुतो मठ धर्मशाला में देखने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। यह गयुतो मठ एक तरह से देखा जाए तो करमापा का निवास है। यह मठ धर्मशाला में बौद्ध दर्शन, तांत्रिक अनुष्ठानों और तांत्रिक साधना पर अपने शोध के लिहाज से काफी लोकप्रिय स्थान है। यह मठ उन सैनिकों की याद में बनाया गया था जिन्होंने अपना जीवन तिब्बत स्वतंत्रता युद्ध में समर्पित कर दिया था।
विशेष : मठ परिसर शांत और सुंदर है और यहां की सजावट, शैली और वास्तुकला अद्भुत है।
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कांगड़ा किला धर्मशाला
कांगड़ा किला एक अद्भुत विरासत का गवाह और धर्मशाला के लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यह प्राचीन संरचना भारत के सबसे पुराने किलों और हिमालय के सबसे बड़े किले के रूप में जाना जाता है। कभी वास्तुकला का यह शाही नमूना कांगड़ा के शाही परिवार-काटोच वंश का निवास था। खंडहर में तब्दील यह किला कई तरह की ऐतिहासिक घटनाओं का गवाह रहा है।
विशेष: मांझी और बाणगंगा नदी और महाराजा संसार चंद कटोच संग्रहालय, परिसर में कई प्राचीन मंदिर भी हैं।
कांगड़ा कला संग्रहालय
कांगड़ा कला संग्रहालय तिब्बती और बौद्ध संस्कृति की वस्तुओं को प्रदर्शित करने वाला एक शानदार केंद्र है। यहां से बौद्ध और तिब्बती संस्कृति का परिचय मिलता है जिसकी वजह से यह धर्मशाला में घूमने के लिए सबसे लोकप्रिय स्थानों में से एक माना जाता है। यहां आने वाले पर्यटक खूबसूरत कांगड़ा कलाम आर्टवर्क का लुत्फ़ ले सकते हैं।
विशेष : यहां दिखने वाले कई आर्ट वर्क ऐसे भी हैं जो पांचवी सदी के हैं।
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मसरूर मंदिर धर्मशाला
धर्मशाला (Dharamshala) के मसरूर टाउन में स्थित मसरूर मंदिर एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। 15 शिखर मंदिरों वाली यह संरचना गुफाओं के अंदर स्थित हैं जो मसरूर मंदिर के रूप में जाना जाता है। इंडो -आर्यन वास्तुकला की शैली का प्रतिनिधित्व इस मंदिर का निर्माण पत्थर के एक ठोस टुकड़े का उपयोग करके 10 वीं शताब्दी में किया गया था, इसकी स्थापत्य शैली के कारण, इसे अजंता-एलोरा मंदिर की याद ताजा करने वाला कहा जाता है।
विशेष : रामायण के दृश्यों को दर्शाने वाली नक्काशियों में राम, लक्ष्मण और सीता को दिखाया गया है।
धर्मशाला का नड्डी गांव
धर्मशाला (Dharamshala) मुख्य शहर से दूर पहाड़ी के ऊपर स्थित नड्डी एक शांत और बिल्कुल मनमोहक गांव है। इसका जिक्र धर्मशाला के सबसे मनोरम स्थान के रूप में किया जाता है। नड्डी गांव एक सुदूर पहाड़ी में स्थित है जहां आपको ऊंचे पहाड़, गहरी आलीशान कांगड़ा घाटी और शानदार देवदार जंगलों के शानदार दृश्य देखने को मिलेगा। यहां से आप धौलाधार पर्वतमाला की बर्फीली चोटियों को भी देख सकते हैं।
विशेष : आस-पास का मनोरम दृश्य काफी सकून देने वाला है।
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धर्मशाला क्रिकेट मैदान
धर्मशाला (Dharamshala) शहर में पहाड़ों में स्थित धर्मशाला क्रिकेट मैदान है जो शहर में आकर्षण केंद्र है। यह धर्मशाला घूमने के लिए शीर्ष स्थानों में से एक है। यह काफी ऊंचाई पर स्थित है और दुनिया के सबसे ऊंचे क्रिकेट मैदानों में से एक है। धर्मशाला स्टेडियम का परिवेश जगह की सुंदरता में चार चांद लगाता है। इस जगह पर होने वाले मैचों को देखने देश दुनिया के लोग आते हैं।
विशेष : यहां होने वाले टूर्नामेंट
बौद्ध लाइब्रेरी धर्मशाला
धर्मशाला (Dharamshala) की इस बौद्ध लाइब्रेरी एक ऐतिहासिक लाइब्रेरी है जिसमें 12 वीं शताब्दी की कलाकृतियों और पांडुलिपियों का संग्रह है। यह लाइब्रेरी एक अभिलेखागार के साथ साथ तिब्बती वर्क्स और बौद्ध धर्म के अध्ययन और अनुसंधान की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। यह स्थान बौद्ध धर्म के लोगों के लिए एक बहुत ही उपयोगी स्थान है। इस लाइब्रेरी में अस्सी हज़ार से अधिक पांडुलिपियों के साथ, चाह सौ बौद्ध कलाकृतियां स्थित है।
विशेष : प्राचीन तिब्बती कलाकृतियां
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त्रिउंड धर्मशाला
आप धर्मशाला (Dharamshala) में रहकर त्रिउंड घूमने जा सकते हैं। यह धर्मशाला में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है जो आपको हिमालय की झलक देखने का एक सही मौका देती है। एक अच्छी ऊंचाई पर होने के नाते त्रिउंड वास्तव में ट्रेकर्स और प्रकृति प्रेमियों के लिए खास जगह मानी जाती है। इसके साथ ही लोग यहा पर कैंपिंग के लिए भी आते हैं लेकिन वर्तमान में यह बंद कर दी गई है।
विशेष: गालू मंदिर, रोडोडेंड्रोन और ओक वन
ज्वाला देवी मंदिर
कांगड़ा में स्थित ज्वाला देवी मंदिर धर्मशाला (Dharamshala) से 56 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ज्वाला देवी को समर्पित मंदिर धार्मिक रूचि रखने वालों के बीच काफी पसंद किया जाता है। देशभर के यात्री इस मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं। यह मंदिर धर्मशाला में घूमने के लिए सबसे अच्छे स्थानों में से एक कहा जाता है। धर्मशाला में छुट्टियां मनाते समय मंदिर आकर देवी दर्शन करना सकुनदेह रहेगा।
विशेष : मंदिर में होने वाली आरती को जरूर देखें।
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दलाई लामा मंदिर
दलाई लामा मंदिर को त्सुगलाखंग मंदिर भी कहा जाता है। यह धर्मशाला (Dharamshala) में स्थित दर्शनीय स्थल के साथ साथ एक राजनीतिक और धार्मिक केंद्र भी है। इस जगह पर शांतिपूर्ण तरीक़े से ध्यान और धार्मिक प्रार्थना के लिए मंदिर में पहियों का माला मौजूद हैं। दलाई लामा मंदिर परिसर बौद्धों के लिए पवित्र स्थल बन गया है। दलाई लामा मंदिर का शांतिपूर्ण वातावरण दुनिया भर के पर्यटकों को बेहद आकर्षित करता है।
विशेष : नामग्याल मठ, त्सुगलाखंग परिसर के स्थित है जो यहां धर्मशाला के पास पर्यटकों द्वारा सबसे ज्यादा देखी जाने वाली जगहों में से एक है।
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कैसे पहुंचे?
धर्मशाला (Dharamshala) की यात्रा करना कोई कठिन काम नहीं है क्योंकि आप रेल, हवाई और सड़क मार्ग से आसानी से शहर पहुँच सकते हैं। यह स्थान दिल्ली, मुंबई और जयपुर सहित भारत के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
कहां ठहरे?
धर्मशाला (Dharamshala) में रहने के लिए होटल से लेकर हॉस्टल तक के विकल्प मौजूद हैं। इस जगह पर रहने के लिए आपको होमस्टे भी मिल जायेंगे।
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खानपान
तिब्बती संस्कृति का वर्चस्व होने की वजह से धर्मशाला (Dharamshala) में ज्यादातर तिब्बती व्यंजन मिलते हैं। धर्मशाला के बहुत सारे कैफे में पेनकेक्स, ऑमलेट्स और सैंडविच के साथ कई खास तरह का नाश्ता भी मिलता है। यहां के सबसे अच्छे प्रतिष्ठानों में से एक ग्रीन रेस्तरां और हर्बल टी शॉप हैं।
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