Best Travel Destination: घुमक्कड़ी की प्रवृत्ति हर किसी में होती है। हम सब जब दिन-प्रतिदिन की जिंदगी से ऊब जाते हैं तो अपनी जीवनशैली के बदलाव या फिर शौकिया तौर पर नई-नई जगहों पर जाना और घूमना चाहते हैं। कई लोगों के लिए घुमक्कड़ी संभव हो जाती है। कई लोग ऐसे भी होते हैं जिनके लिए कामकाजी जिंदगी से वक़्त निकाल पाना बहुत ही मुश्किल होता है। इसलिए हमने सोचा क्यों न एक ऐसी लिस्ट बनाया जाए जो हम सभी के लिए घूमना आसान बना सके।
महीने में नहीं तो साल में कम से कम एक जगह पर घूमने के लिए हर कोई समय निकाल सकता है। साल की शुरुआत से ही मन में घूमने का ख्याल बनाकर रखेंगे तो लाख व्यस्तता के बावजूद एक सप्ताह का समय तो आप निकाल ही लेंगे। इस लिस्ट में मैंने 12 ऐसी जगहों का चुनाव किया है जो सभी को पसंद आयेंगी। फिर देर किस बात की ? आप अपने हिसाब से इन जगहों को अपने ट्रैवल कैलेंडर में मार्क कर लीजिये और जैसे ही मौका मिले बस निकल जाइये।
1 – कौसानी: भारत का स्विट्जरलैंड
पिंगनाथ की चोटी पर कोसी और गोमती नदियों के बीच बसा कौसानी भारत का स्विट्जरलैंड कहलाता है। यह हमारे देश का एक प्रमुख पर्यटन स्थल (Best Destination) है। हिमालय के कई चोटियों के दर्शन कराता है। इस पर्यटन स्थल से बर्फ से ढके नंदा देवी पर्वत की चोटी का अद्भुत नजारा दिखता है। दिल्ली से महज़ 400 किमी की दूरी पर स्थित इस जगह को लोग प्राकृतिक सौन्दर्यता के लिए जानते हैं। अगर आप फ्राइडे नाईट निकलते हैं तो सैटरडे मॉर्निंग तक कौसानी में होंगे।
इस जगह पर आप मौसम का भरपूर मज़ा लीजिये। शाम को सुमित्रानन्दन पंत संग्रहालय या फिर अनाशक्ति आश्रम चले जाइए। आप चाहें तो चाय के बागान देखने भी जा सकते हैं। इस जगह पर ट्रेकिंग, कैंपिंग, नेचर वॉक, साईट सीइंग के अलावा संडे मॉर्निंग में सूर्योदय देखना बिल्कुल भी नहीं भूलें। कौसानी की सुबहें बहुत ही खूबसूरत होती हैं। कौसानी में हर साल सैकड़ों पर्यटक सिर्फ सूर्योदय देखने ही आते हैं।
2 – पंगोट: पक्षी प्रेमियों का स्वर्ग
प्रकृति की खूबसूरती और पक्षियों की चहचहाहट से प्रेम है तो नैनीताल से महज़ 15 किमी की दूरी पर स्थित पंगोट हमारे देश का एक प्रमुख पर्यटन स्थल (Best Destination) है। इस जगह पर जाकर आपका मन हरभरा और तरोताज़ा हो जायेगा। आपको ऐसा लगेगा कि आप किसी जन्नत में आ गए हैं। पंगोट की तरफ जाने वाले रास्ते पर नैना पीक, स्नो पीक और कैलबरी का नज़ारा आपको मंत्रमुग्ध कर देगा। पंगोट को पक्षी प्रेमियों का स्वर्ग कहा जाता है। इस जगह पर पक्षियों की 150 प्रजातियां हैं।
इस जगह पर प्रकृति देखने के साथ ग्रिफॉन, रयुफस बेली वुड-पैकर, नीले पंख वाले मिनला, धब्बेदार और स्लेटी फोर्कटेल, लैमरगेयर्स, रयुफस बेली निलतावास और खलीज़ तीतर खूब पाए जाते हैं। यहाँ प्रकृति के नजारे के साथ पक्षियों का संगीत सुनायी देता है। आप यहां पर स्थित चिड़ियाघर जा सकते हैं। आप चाहें तो बर्ड वॉचिंग के साथ कैंपिंग और ट्रेकिंग का भी मज़ा ले सकते हैं। पंगोट और आसपास के क्षेत्रों में मोटी ओक, पाइन और रोडोडेंड्रॉन के पेड़ खूब मिलेंगे।
3 – फागू: एक परफेक्ट डेस्टिनेशन
फागू हमारे देश का एक प्रमुख पर्यटन स्थल (Best Destination) है। यह शांतप्रिय स्थल शिमला से महज़ कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह गुमनाम मगर इतना खूबसूरत है कि आप यहाँ बार-बार आना चाहेंगे। अगर आप इस जगह पर अपनी छुट्टियां मनाने आते हैं तो फागु आपको खूब रास आएगा। इसकी खूबसूरती को देखकर आप मंत्रमुग्ध हो जायेंगे। इस जगह की खूबसूरती, प्रकृति और शांत वातावरण ने हाल के वर्षों में सैलानियों का ध्यान अपनी तरफ खींचा है और यह एक फैमली डेस्टिनेशन के रूप में विकसित हुआ है।
इस जगह पर आप अपने पार्टनर या फिर फैमिली के साथ आ सकते हैं। साहसिक गतिविधियां कर सकते हैं। हनीमून मनाने के लिहाज़ से यह काफी परफेक्ट डेस्टिनेशन माना जाता है। अगर आप सोलो ट्रैवलर हैं तो भी आप अपना समय फागु के शांत मनोरम वातावरण और एकांत के साथ बिता सकते हैं। यह जगह दिल्ली से महज़ 380 किलोमीटर की दूरी पर है।
4 – कनातल: एक प्रसिद्द सैरगाह
कनातल उत्तराखंड में मसूरी और चंबा के बीच में बसा हमारे देश का एक प्रमुख पर्यटन स्थल (Best Destination) है। यह बिल्कुल शांत और सुरम्य जगह के रूप में जाना जाता है। इस जगह पर ज्यादातर सैलानी कैम्पिंग और बर्फ़बारी का मज़ा लेने के लिए आते हैं। यहां आप एडवेंचर कैम्प का भी लुत्फ उठा सकते हैं। आसपास का हराभरा वातावरण, बर्फ से ढके पहाड़, नदियां और जंगल आपको भावविभोर कर देगा।
इस जगह का नाम कनाताल झील के नाम पर पड़ा जो कई वर्ष पूर्व अस्तित्व में थी पर अब इसका नामोनिशान तक नहीं है। इस जगह पर रहते हुए आप सुरकंडा देवी के दर्शन कर सकते हैं। टिहरी बांध देखने जा सकते हैं। कोडिया जंगल की ट्रेकिंग कर सकते हैं। पर्यटन के लिहाज से यह बहुत ही सुन्दर और अनुकूल जगह है। इस जगह से बहुत सारी पौराणिक कहानियां जुड़ी हुई हैं। स्थानीय लोगों से बातचीत करके आप उन कहानियों को जान सकते हैं।
5 – बिनसर: उत्तराखंड का शांत शहर
बिनसर हमारे देश का एक प्रमुख पर्यटन स्थल (Best Destination) है। रोज की भागदौड़ से दूर अगर आप किसी शांत जगह पर जाना चाहते हैं तो बिनसर बेस्ट रहेगी। यह एक ऐसी जगह है जो किसी भी मुख्यमार्ग से नहीं जुड़ी है इसलिए यहां पर सैलानियों की आमद कम होती है। घूमने-टहलने वालों के लिए यह जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं है। इस जगह से हिमालय की केदारनाथ, चौखंबा, त्रिशूल, नंदा देवी, नंदाकोट और पंचोली चोटियों की लंबी शृंखला दिखाई देती है, जो अपने आप में अद्भुत एहसास देने वाली होती है।
इस जगह पर ही बिनसर महादेव मंदिर स्थित है। इस जगह पर रहते हुए आप तरह-तरह के पक्षियों को देखने का लुत्फ़ उठा सकते हैं। इस जगह पर 200 से भी कहीं अधिक पक्षियों की प्रजातियां पायी जाती हैं। बिनसर के जंगलों ख़ासकर ढलान वाले क्षेत्रों में तेंदुआ पाया जाता है और अगर आपके लक ने साथ दिया तो आपको उत्तराखंड की राजपक्षी मोनाल भी बिनसर में दिख सकती है। दिल्ली से बिनसर तक़रीबन 400 किमी की दूरी पर स्थित है।
6 – लैंसडाउन: प्रकृति की गोद
पर्यटन स्थलों पर लोगों की बढ़ती संख्या और भीड़भाड़ ने कहीं ना कहीं घुमक्कड़ी के मजे को प्रभावित किया है जिसकी वज़ह से लोग प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों पर जाने से कतराने लगे हैं। अब तो हर किसी को ऐसी जगह की तलाश रहती है जहां शांति और सकून हो और अपना समय बिना शहरों के शोर-शराबे के अच्छे से व्यतीत कर सकें।
लैंसडाउन एक ऐसी ही जगह है जहां पहुंचकर आपको शांति और सकून का एहसास होगा। आप अपनी छुट्टियां देवदार के वृक्षों की छांव में बिता सकेंगे। छोटे-छोटे टपरियों पर चाय की चुस्की का मज़ा लेते हुए स्थानीय लोगों के साथ वार्तालाप कर सकेंगे। लैंसडाउन में टहलते हुए आपको पुराने बंगलों का दीदार होगा। इस जगह पर पहुंचकर आपको वास्तविक हिल स्टेशन वाली फील आएगी। शांति और ग्रामीण वातावरण वाला आनंद आएगा।
दिल्ली से इस हसीन वादियों वाली जगह की दूरी मात्र 279 किमी है।
7 – कंगोजोड़ी: एक पहाड़ी गांव
अगर आप प्रकृति की छांव में अपना वक़्त बिताना चाहते हैं और इसकी खूबसूरती को पास से देखना चाहते हैं तो हिमाचल प्रदेश के कंगोजोड़ी गांव से बेहतर कुछ भी नहीं। सिरमौर जिले के इस गांव तक पहुंचने के लिए आपको दिल्ली से करीब 275 किमी की यात्रा करनी होगी। शहर से दूर इस जगह पर पहुंचकर आपको बहुत ही सकून महसूस होगा।
यह जगह अपनी प्राकृतिक सुंदरता, देवदार के पेड़ और पहाड़ों की वजह से जानी जाती है। प्रकृति की गोद में बसी हुई यह जगह आपके वीकेंड ट्रिप को यादगार बना देगी। कंगोजोड़ी में आप कैम्पिंग, ट्रेकिंग, पर्वतारोहण और कई साहसिक खेलों का आनंद ले सकते हैं। कंगोजोड़ी एकल यात्रियों और उन लोगों के लिए अच्छा डेस्टिनेशन है जो अपने और अपने परिवार के साथ समय बिताना चाहते हैं।
8 – रानीखेत: छावनी वाला शहर
रानीखेत हमारे देश का एक प्रमुख पर्यटन स्थल (Best Destination) है। यह उत्तराखंड की खूबसूरत वादियों में बसा एक ऐसा हिल स्टेशन है जिसे देखने की इच्छा हर भारतीय के दिल में होती है और जिसने एक बार देख लिया वह इस जगह पर बार-बार आना चाहेगा। यह जगह और यहां की ठहरी हुई शांत जलवायु मन को मोह लेती है। प्राकृतिक सौंदर्यता से भरपूर यह जगह इतनी खूबसूरत है कि लगता है कुछ महीनों के लिए यहीं ठहर जाएं। कुछ दिनों पहले अभी रानीखेत में था तो इसकी खूबसूरती को मैंने बहुत अच्छी तरह से महसूस भी किया।
यह अंग्रेजों के द्वारा बसाया गया हिल स्टेशन है लेकिन वर्तमान में भारतीय सेना के कुमाऊं रेजिमेंट के मुख्यालय की वजह से काफी पॉपुलर है। इस जगह पर सेना से जुड़ी तमाम तरह की गतिविधियां होती रहती हैं। वैसे तो यह ठंडा इलाका है लेकिन इस जगह पर रहते हुए आप हर मौसम को अच्छी तरह से महसूस कर सकते हैं। इस जगह पर अगर आप आते हैं तो आपको एक पर्यटक के रूप में काफी अच्छा अनुभव होगा एवं आपका दिल-दिमाग काफी अच्छा और तरोताजा हो जायेगा। यह दिल्ली से महज 279 किमी की दूरी पर स्थित है।
9 – चैल: घुमक्कड़ों की ख़ास जगह
चैल हिमाचल प्रदेश का बहुत ही सच्चा स्थान (Best Destination) है। हाल के दिनों में यहां के पर्यटन स्थलों को लेकर लोगों में दिलचस्पी बढ़ी है। इस जगह को घुमक्कड़ी के लिहाज़ से काफी अनुकूल माना जाता है। देश के अलग-अलग हिस्सों से इस जगह पर लोग अपनी छुट्टियां मनाने के लिए पहुंचते हैं। यहां एक महल है जिसे चैल प्लेस के नाम से जाना जाता है। चैल पैलेस की वास्तुकला को काफी सराहा जाता है।
इसका निर्माण ब्रिटिश राज के दौरान पटियाला के महाराजा द्वारा किया गया था। यह सोलन के साथ-साथ शिमला जिला मुख्यालय के साथ जुड़ा हुआ है। यह जगह शिमला से 49 किमी और सोलन से 38 किमी दूर है। चैल में घूमने टहलने की कई जगहें हैं। इस जगह पर आप पैलेस चैल, क्रिकेट ग्राउंड, काली टिब्बा और हनुमान मंदिर का भ्रमण कर सकते हैं।
10 – मसूरी: पहाड़ों की रानी
देहरादून से कुछ ही दूरी पर स्थित मसूरी देश के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों (Best Destination) में गिना जाता है। मसूरी को देखने की लालसा हर किसी के दिल में होती है। यही कारण है कि जो लोग देहरादून घूमने आते हैं थोड़ा सा वक़्त निकालकर मसूरी की तरफ चल देते हैं। देहरादून से मसूरी की कुल दूरी लगभग 30 से 35 किमी होगी। मसूरी में घूमने और देखने के लिए बहुत कुछ है। यह छोटा सा हिल स्टेशन अपनी खूबसूरत पहाड़ियों, वन्यजीवों और वनस्पतियों के लिए फेमस है।
इसका प्राकृतिक सौन्दर्य व मनोरम जलवायु लोगों के आकर्षण का केन्द्र है। शिवालिक पर्वतमाला व दून घाटी इसे और भी सुन्दर व आकर्षक बनाती है। लोग यहां पर ट्रैकिंग, नौका विहार, रोपवे सवारी करने के लिए आते हैं। इस जगह पर आकर आप अपनी छुट्टियों को मज़ेदार बना सकते हैं।
11 – डलहौजी: चम्बा का प्रवेश द्वार
डलहौजी को हमारे देश का प्रमुख पर्यटन स्थल (Best Destination) है। जिसे चम्बा घाटी का प्रवेश द्वार कहा जाता है। ढलान और फूलों की तलहटी पर बसा हुआ यह एक मनोरम शहर है। इस जगह की प्राकृतिक सुन्दरता व सुखदायक वातावरण लोगों को अपनी ओर अत्यधिक आकर्षित करता है। यहां पर पांच विभिन्न प्रकार की पहाड़ियां शामिल हैं।
पांच पहाड़ियां कैथलॉग, पोट्रेस, तेहरा, बकरोटा और बोलुन से बाहर फैले इस शहर का नाम ब्रिटिश गवर्नर जनरल लॉर्ड डलहौज़ी के नाम पर रखा गया है। शहर की अलग-अलग ऊंचाई इसे विभिन्न प्रकार के वनस्पतियों के साथ छायांकित करती है जिसमें चीड़, देवदार, ओक और फूलदार रोडोडेंड्रॉन के सुंदर ग्रूव शामिल होते हैं। डलहौज़ी दिल्ली से 555 किमी की दूरी पर स्थित है।
12- कसौली: बदलते मौसम का मज़ा
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से कसौली करीब 60 किलोमीटर की दूरी पर है। शहर की भीड़ और शोर से दूर कसौली एक खूबसूरत और हमारे देश का प्रमुख पर्यटन स्थल (Best Destination) है। इस जगह पर आकर आप प्रकृति के साथ वक़्त बिताने के साथ-साथ राइडिंग, रोप-वे, पहाड़ो पर ट्रैकिंग, लॉन्ग ड्राइव आदि का मजा ले सकते हैं। कसौली में आपको आस-पास की जगहों से कम दर पर होटल मिल जायेंगे।
कसौली में आप बदलते मौसम का मजा ले सकते हैं। यहां पर कुछ ही समय में बादल छा जाते हैं तो कुछ ही समय में सूरज की किरणें निकल आती हैं। इसके अलावा कसौली बान, चीड़, देवदार के पेड़ों आदि के साथ जीवों की लुप्तप्राय प्रजातियों के लिए भी चर्चित है। यहां लगभग साल भर सैलानियों का आना-जाना लगा ही रहता है।
दोस्तों, आशा करता हूं कि यह लेख आप लोगों को पसंद आया होगा। मेरी कोशिश हर दिन आपको कुछ नया देने की रहती है। आपको लेख पढ़कर कैसा लगा स्ट्रोलिंग इंडिया और अपने इस घुमंतू दोस्त के साथ जरूर बाटें।
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